1. मैं आपकी नसीहत को हमेशा ध्यान में रखूँगा ।
1. "रात यूं दिल में तेरी खोई हुई याद आई जैसे वीराने में चुपके से बहार आ जाए जैसे सहराओं में हौले से चले बादे-नसीम जैसे बीमार को बेवजह करार आ जाए ।"
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Khushwant Singh, Khushwantnama: Mere Jiwan ke Sabak